ज्ञान भक्ति और आनंद की प्रभु
तुमने बहाई धार
परमपुरुष परमेश्वर भगवन (ठाकुर)
तुम ही जग आधार
जब छाया अंधियारा जग में
भटका सब संसार
लुप्त हुए श्रद्धा और भक्ति
धर्म बना जंजाल
प्रगटे तब तुम जग के स्वामी
करने सबको पार
– ज्ञान आनंद भक्ति की प्रभु
तुमने बहाई धार
वाणी में वेदों का अमृत
नैनों में महाभाव
अंतर में आनंद रस छलके
दिव्य सारे काम
धर्म स्थापक सर्व धर्म कारक
धर्म का तुम ही सार
– ज्ञान आनंद भक्ति की प्रभु
तुमने बहाई धार
राम और कृष्ण, शिव और शक्ति
तेरे ही सारे रूप
जिसकी जैसी श्रद्धा वैसा
पाये तेरा स्वरूप
शरण में हम प्रभु, गदाधर नारायण
कर लो हमें स्वीकार
ज्ञान भक्ति और आनंद की प्रभु
तुमने बहाई धार
परम पुरुष परमेश्वर भगवन (ठाकुर)
तुम ही जग आधार
– सचिन दवे
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